वाराणसी को देश के सबसे प्राचीन शहरों में से एक माना जाता है। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ और काल भैरव विराजते हैं। यह कहा जाता है कि बिना काल भैरव की इच्छा से वाराणसी शहर में एक पत्ता भी नहीं हिलता। पर क्या आप जानते हैं कि इसी काशी में एक ऐसा पुलिस स्टेशन है, जहां थानेदार की कुर्सी पर बाबा काल भैरव विराजते हैं।
बाबा काल भैरव मंदिर से करीब 200 मीटर दूर कोतवाली थाना है। इस थाने में दरोगा कोई भी हो, लेकिन थानेदार की कुर्सी पर बाबा काल भैरव ही बैठते हैं। यहां अधिकारी पुलिस स्टेशन में विराजे काल भैरव की पूजा के बाद ही काम की शुरुआत करते हैं। यह परंपरा आजादी के पहले से ही चली आ रही है।
कोतवाली थाने के थानेदार राजीव सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह हर दिन पुलिस स्टेशन में बाबा काल भैरव की पूजा-अर्चना करने के बाद ही अपने दिन की शुरुआत करते हैं। पूजा के बाद ही कोई काम किया जाता है। उन्होंने बताया कि कोतवाली थाने में तैनात होने वाला हर अधिकारी इस परंपरा को निभाता है।
सिर्फ इसी थाने में नहीं, बल्कि पूरे काशी में तैनात होने वाला हर अफसर सबसे पहले काशी के कोतवाल काल भैरव के दरबार में माथा टेक कर आता है। उसके बाद ही अफसर अपने काम की शुरुआत करता है। आईएएस और आईपीएस अफसर भी इस परंपरा को निभाते हैं।