लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता स्वागत अच्छा करती है तो विदाई भी अच्छी करती है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार यानी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, गृह मंत्रालय को उनका संज्ञान लेना चाहिए। प्रदेश में लगातार महिला उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 का चुनाव लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है, संविधान बचाने का चुनाव है और अपना सम्मान बचाने का चुनाव है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि यूपी के लोगों ने भाजपा का 2014 में स्वागत किया और अब 2024 में भाजपा की विदाई कर देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा पीडीए की बढ़ती ताकत से घबरा गई है। इस बार भाजपा की विदाई तय है। अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नारा दिया कि भाजपा हटाओ, MSP की गारंटी पाओ। भाजपा हटाओ, नौकरी पाओ।
लोकसभा चुनवा से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। अखिलेश यादव ने खुलासा किया कि समाजवादी पार्टी को इलेक्ट्रोल के माध्यम से एक बार ढाई करोड़ रूपए मिले। उन्होंने कहा कि भाजपा भी खुलासा करना चाहिए और SBI को डिटेल देनी चाहिए।
बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा एक बार फिर से अकेले चुनाव लड़ेने पर अखिलेश यादन ने उनको धन्यवाद कहा। बता दें कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का एलान कर दिया है। उन्होंने शनिवार को अपने सोशल मीडिया एक्स पर स्पष्ट शब्दो में कहा है कि बसपा के किसी भी गठबंधन में शामिल होने की बात अफवाह है। बसपा अकेले चुनाव लड़ेगी।
वहीं, शनिवार को डॉक्टर सीताराम राजपूत भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में अपने समर्थकों के साथ शामिल हो गए। इसके अलावा, आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे लतेश विधूड़ी, परवेज आलम, बसपा के इलियास अंसारी, कुशीनगर, पूर्व विधायक सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, हरदोई के तिलक चंद्र वर्मा, औरैया के पूर्व विधायक मदन गौतम और सुबोध यादव सपा में शामिल हो गए।
समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 24 कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी शामिल हैं, जो अपने वर्तमान मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी।
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में I.N.D.I.A. की सबसे मजबूत घटक है। उसने यूपी में कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर बंटवारा किया है। कई दौर की मीटिंग के बाद, दोनों दलों में यूपी में सीट-बंटवारे पर सहमति बन गई है। इसके मुताबिक, यूपी में कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि बाकी 63 सीटें सपा के खाते में हैं।
उत्तर प्रदेश लोकसभा में सबसे अधिक 80 सदस्य भेजता है। इसलिए सभी पार्टियों की नजरें यहां किसी भी तरह से बेहतर प्रदर्शन करने पर हैं।