उत्तर प्रदेश खाली 10 सीटों के लिए चुनाव होना अब तय है। किसी भी प्रत्याशी के नाम वापस न लेने की स्थिति में निर्विरोध निर्वाचन की उम्मीदें खत्म हो गयी हैं। अब आगामी 27 फरवरी को इन 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवारों के बीच मुकाबले के लिए मतदान कराये जायेंगे। आपको बता 20 फरवरी यानी मंगलवार को उम्मीदवारों की तरफ नाम वापसी की आखिरी तारीख थी। किसी ने भी अपना पर्चा वापस नहीं लिया। अब 10 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होंगे। इसके बाद मतगणना होगी और नतीजे घोषित किये जायेंगे।
15 फरवरी को 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र प्राप्त हुए थे। 16 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच की गयी, और जांच में सभी पत्र सही पाये गये। यानी किसी नामांकन पत्र को खारिज नहीं किया गया। अब 27 फरवरी को चुनाव कराये जायेंगे।
आपको बता दें राज्यसभा की 10 सीटों के लिए जिन 11 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है उनमें समाजवादी पार्टी से जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन है जबकि बीजेपी की तरफ से कुंवर आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता, नवीन जैन, संजय सेठ शामिल है ।
10 राज्यसभा सीटों के लिए 11 उम्मीदवारों के नामांकन ने इस चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। बीजेपी की तरफ से संजय सेठ के नाम का ऐलान सबसे आखिरी दौर में किया गया। इसके बाद राज्यसभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग होना तय माना जा रहा है। इस बीजेपी सपा ने अपने तीनों प्रत्याशियों को जिताने जुगत शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष राजा भैया से मुलाकात की है। उधर अपना दल (कमेरावादी) की पल्लवी पटेल के बदलते सुर ने बीजेपी की उम्मीद बढ़ा दी है।