22 जनवरी को प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हुए भगवान रामलला के भव्य मंदिर के उद्घाटन के बाद मानो अयोध्या में पूरी दुनिया रामलला के दर्शन के लिए उमड़ पड़ी है। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में दर्शन पूजन के लिए प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। ऐसे में अयोध्या की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ा है। कई बार जाम की स्थिति भी देखने को मिल रही है। इस समस्या से श्रद्धालुओं को निजात दिलाने व अयोध्या आने वाले हर रामभक्त को आसानी से रामलला का दर्शन हो सके, इसके लिए वैसे तो पहले से ही चार नए पथों का निर्माण कराया जा चुका है, फिर भी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अब तीन और नए पथों के निर्माण का निर्णय लिया गया है। बनाए जाने वाले तीनो पथों की लम्बाई लगभग 7.40 किलोमीटर रहेगी। और इसके निर्माण पर 29937.50 लाख रुपए योगी सरकार खर्च करेगी।
अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को जाम के झाम से न जूझना पड़े इसके लिए तीन नए पथों का निर्माण किया जाएगा। पहला पथ होगा लक्ष्मण पथ, जिसकी लम्बी होगी 6.70 किमी। इसके निर्माण पर 26222.65 लाख रुपए की लागत आएगी। यह गुप्तारघाट से राजघाट तक फोर लेन बनाया जाएगा। दूसरे बनने वाले पथ को अवध आगमन पथ का नाम दिया गया है। यह क्षीरसागर पथ से रामपथ तक 0.30 किमी लम्बा बनाया जाएगा। इस पथ के निर्माण पर 1689.32 लाख रुपए की लागत आएगी। अयोध्या मे बनने वाले तीसरे पथ को क्षीरसागर पथ का नाम दिया गया है। इसकी लम्बाई 0.400 किमी रहेगी। इसके निर्माण पर 2025.53 लाख रुपए की लागत आएगी। नए बनने वाले इन तीनों पथों के निर्माण का दायित्व लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड को सौंपा गया है।
नव्य-भव्य और दिव्य मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही योगी सरकार ने आने वाली भीड़ का अनुमान लगाते हुए सहादतगंज से नयाघाट तक लगभग 13 किमी लम्बा फोर लेन रामपथ, बिड़ला धर्मशाला से रामजन्म भूमि तक .566 किमी लम्बा जन्मभूमि पथ, श्रृंगार हाट से हनुमानगढ़ी तक .742 किमी भक्ति पथ व लता मंगेशकर चौक से लखनऊ-गोरखपुर हाईवे तक फोर लेन धर्म पथ का निर्माण कराया था। फिर भी जिस प्रकार श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या पहुंच रही है उसे देखते हुए तीन नए पथों का अयोध्या मे निर्माण कराए जाने का निर्णय लिया गया है।