Ayodhya And Praygraj Guest House: अयोध्या राम मंदिर में प्रभु श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्त उनके दर्शन के लिए आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपित द्रोपदी मुर्मू और अन्य गणमान्य लोग भी समय-समय पर रामलला के दर्शन के लिए आते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की योगी सरकार एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। बहुत जल्द धर्म नगरी अयोध्या और प्रयागराज में गणमान्य व्यक्तियों के लिए नए स्पेशल गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा। ताकि रामलला के दर्शन करने आ रहे VIP मेहमानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने शुक्रवार को राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने इस बात पर चर्चा की, कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बादे से अयोध्या में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल सहित देश-दुनिया से VIP मेहमानों का आगमन हो रहा है। इसके चलते उनके ठहरने, सुरक्षा और सुविधा के लिए एक्सिलेंट स्टैंडर्ड वाले गेस्ट हाउस बनाए जाने की आवश्यकता है। इसी तरह प्रयागराज में भी VIP लोगों के लिए भी ऐसे गेस्ट हाउस बनाए जाना जरुरी है, जो सभी प्रकार की सुविधाओं से लैस हो। वहीं, सीएम योगी ने दोनों क्षेत्रों में अतिथि गृहों के निर्माण के लिए जगह, ले-आउट, सुविधाओं और साज-सज्जा आदि के बारे में जायजा लिया।
अयोध्या में बन रहे गेस्ट हाउस की खासियत
अधिकारियों से बातचीत के दौरान सीएम योगी ने अयोध्या में प्रस्तावित गेस्ट हाउस के बारे में बात करते हुए कहा कि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर्यटन विभाग की जमीन अतिथि गृह के लिए उपयुक्त होगी। यहां करीब साढ़े तीन एकड़ के क्षेत्र में अतिथि गृह बनाया जा सकता है। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भवन की वास्तुकला में वैष्णव परंपरा की झलक होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस की ऊंचाई तय करते समय इसका ध्यान रखें कि किसी भी हालत में यह श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर से ऊंचा न हो।
प्रयागराज में बन रहे गेस्ट हाउस की खासियत
वहीं, प्रयागराज में गेस्ट हाउस का निर्माण लगभग 10,300 वर्ग मीटर एरिया में फैले गृह महर्षि दयानंद मार्ग पर होगा। इस गेस्च हाउस में VIP महमानों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कॉन्फ्रेंस हॉल, डायनिंग हॉल, कैंटीन आदि की सुविधा होगी। सीएम योगी ने कहा कि अतिथि गृहों में पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा, अतिथि गृहों में ओडीओपी ब्लॉक भी बनाए जाए। ताकि अयोध्या और प्रयागराज आने वाले लोग प्रदेश की विविधतापूर्ण शिल्पकला से परिचित हो सकें।