मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों को फील्ड में जाकर ओलावृष्टि व बारिश से अन्नदाता किसानों की फसलों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे करने का निर्देश दिया था। सीएम के निर्देश मिलते ही सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी हरकत में नजर आए। वे सुबह से ही अन्नदाताओं से संपर्क साधकर खेतों में पहुंचे और फसलों के नुकसान का जायजा लिया, फिर सर्वे रिपोर्ट राहत विभाग को सौंपी। प्रदेश के सभी जनपदों में अनवरत सर्वे कार्य चल रहा है। इसके साथ ही आकाशीय बिजली से हुई जनहानि व पशुहानि का भी सर्वे कराकर मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है।
राहत पोर्टल पर अपलोड किया जाए डेटा
प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि सीएम के निर्देश पर ओलावृष्टि व भारी वर्षा के कारण सभी फसलों के नुकसान का सर्वे आज शाम तक लगभग पूरा कर लिया जाएगा। वहीं छूटे हुए किसानों के लिए विशेष क्षेत्रीय शिविर आयोजित किया जाएगा। इसके डेटा से जुड़ी जानकारी राहत पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि झांसी, इटावा, ललितपुर, सहारनपुर समेत सभी जिलों में नुकसान का आकलन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनपदों के अधिकारी सोमवार सुबह ही फील्ड में पहुंचे और नुकसान की हकीकत देख लगातार रिपोर्ट भेज रहे हैं।
सीएम के निर्देश पर एक्शन में अधिकारी
सीएम ने आदेश दिया था कि संबंधित विभाग को डिटेल उपलब्ध कराया जाए, जिससे 24 घंटे में अन्नदाताओं के खाते में क्षतिपूर्ति की धनराशि को भेजा जा सके। सीएम योगी ने अधिकारियों को क्षतिपूर्ति देने में लापरवाही न करने की हिदायत दी थी। इसके बाद सोमवार को सहारनपुर के जिलाधिकारी, इटावा, जालौन, मुजफ्फरनगर, झांसी समेत अनेक जिलों के अफसरों ने किसानों से संपर्क साधा और खेतों में जाकर नुकसान का जायजा लिया।
जालौन के जिलाधिकारी ने ओलावृष्टि से प्रभावित उरई तहसील के गम कुकरगांव, बोहदापुरा, सातमील व उरई ग्रामीण का निरीक्षण किया। अपर जिलाधिकारी (वित्त-राजस्व) ने तहसील कोंच व उरई के ग्राम पिंडारी व सोमई में जााकर नुकसान का अवलोकन किया। एडीएम (न्यायिक) ने माधौगढ़ ग्राम मिझौना व बंगरा का निरीक्षण किया। एडीएम (नमामि गंगे) ने ओलावृष्टि से प्रभावित तहसील कालपी के ग्राम आटा व चमारी संधी में जाकर नुकसान हुई फसलों को देखा और वहां की रिपोर्ट राहत कार्यालय भेजी।