लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट सामने आने के बाद योगी सरकार एक्शन मोड में है। ऐसे में अब योगी सरकार ने लंबित परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। इसके चलते उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) कार्य योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा। साथ ही परिवहन निगम ने 12 बस टर्मिनल्स के निर्माण, नवीनीकरण और उन्हें कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही परिवहन निगम ने प्रदेश के 2500 से ज्यादा रूटों पर 5000 इलेक्ट्रिक बसों को निगम के बेड़े में शामिल किए जाने का ऐलान किया है।
वहीं, लखनऊ के सभी डिपो से बसों की संख्या और रूट तैयार कर लिए गए हैं। लखनऊ से एसी से लैस 930 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें 95 से ज्यादा रूटों पर संचालित होंगी। इससे हजारों की संख्या में यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इन बसों का संचालन अनुबंध पर किया जाएगा। चुनाव की समाप्ति के साथ ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कहा जा रहा है कि अब अगले सप्ताह टेंडर जारी किया जाएगा।
बता दें, अधिकारियों का दावा है कि देश के कई दिग्गज उद्योगपतियों ने इलेक्ट्रिक बसों के अनुबंध के तहत संचालन करने की दिलचस्पी दिखाई है, जिसके पीछे की वजह उत्तर प्रदेश में दिनों दिन बढ़ते पर्यटकों की संख्या है। खासतौर पर अयोध्या में राम मंदिर और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की वजह से पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है।