रविवार को पुलिस विभाग की तरफ से सिपाही भर्ती की परीक्षा पूरी हो गयी है। परीक्षा के दूसरे तथा अंतिम दिन परीक्षा को रद्द करने का प्रयास किया गया था लेकिन कड़ी सुरक्षा के कारण ऐसा नही हो सका। जिसमें कई सारे लोग पकड़े गये है जो पैसे लेकर नकल कराने के लिए आए थें। तीन दिनों में 15 से 17 फरवरी तक कई जिलों में एसटीएफ की टीम ने 97 लोगों और 195 जाली नकल कराने वालों को गिरफ्तार कर लिया है। कुल मिलाकर 292 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बलिया जिले में रविवार को कुल 35 लोग गिरफ्तार किये गये हैं। कई लोग किसी दूसरे की जगह पर परीक्षा देते पकड़े गये तो कई ऐसे भी लोग थे जो पेपर को लीक करवा कर नकल कराने वाले समूह से जुड़े थे।
सिद्धार्थनगर जिले के पहली बारी में हुई परीक्षा सिद्धार्थ महाविद्यालय बर्डपुर में साल्वर को पकड़ा गया जो कि बिहार के पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र के लाडूगंज गांव निवासी चंदन पुत्र धर्मदेव यादव था। जों देवरिया जिले के छात्र के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। बलरामपुर में 6 नकल कराने वालें पकड़े गये जिनमें से तीन लोगों को शनिवार को पकड़ा गया था। वहीं गोरखपुर में 2 छात्र पकड़े गये। जिसमें से एक भाग गया और दूसरा दिल्ली का रहने वाला था। दो दिन में 28 लोगो को पकड़ा गया है। फिरोजाबाद में 14 लोगों को पकड़ा गया। जिनमें से 28वी वाहिनी पीएसी इटावा में तैनात सिपाही निरंजन कुमार और फतेहपुर में तैनात सिपाही अनुज भी शामिल है। जो फर्जी छात्र बनकर पहुचें थे। एसटीएफ ने पेपर लीक करने वालो को झांसा देकर पैसा लेने वाले समूह के तीन लोगो को गिरफ्तार कर लिया है। जिनमें से स्वतंत्र यादव मऊ और उपेन्द्र यादव बलिया का रहने वाला है।
हाथरस में 4 लोगो को गिरफ्तार किया गया वही आगरा मे 12 लोगो को पकड़ा गया और प्रयागराज में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि पास कराने के लिए 10 से 12 लाख रूपये लिये जाते है। और परीक्षा से पहले एडवांस मे 20 से 25 हजार रूपये लेते है।
वाराणसी में 4 लोग पकड़े गये इनमे से एक साल्वर अपने भाई के स्थान पर पेपर दे रहा था और राकेश कुमार यादव मधुबनी बिहार का रहने वाला था। परीक्षा के दौरान सभी जिलों के प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस लगातार चेंकिग करती रही। 2 दिन की परीक्षा मे कुल 48 लाख छात्र परीक्षा देने आये थें।