पेपर लीक के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। योगी सरकार ने शनिवार यानी आज यूपी पुलिस की भर्ती परीक्षा को रद्द करने का ऐलान कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
48 लाख से ज्यादा अभियार्थी हुए थे उपस्थित
बता दें 17 और 18 फरवरी को यूपी पुलिस की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। यह परीक्षा यूपी पुलिस सिपाही पद पर कुल 60244 रिक्तियों को भरने के लिए की आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभियार्थी उपस्थित हुए थे। पहले जहां 69 जिलों में परीक्षा होनी थी, लेकिन बाद में यह परीक्षा 75 जिलों में कराई गई। यूपी पुलिस की भर्ती परीक्षा के लिए 2377 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
परीक्षा निरस्त की मांग को लेकर सड़क पर उतरे थे अभ्यार्थी
परीक्षा में उपस्थित हुए छात्रों का कहना है कि यह परीक्षा दो दिन की चार पाली में हुईं। 17 और 18 फरवरी भर्ती परीक्षा की दूसरी शिफ्ट का पेपर लीक हुआ। छात्रों ने बताया कि 18 फरवरी की शाम की 3 से 5 बजे की पाली में हुए पेपर पहले से ही उम्मीदवारों के पास और कोचिंग टीचर्स के पास मौजूद थे। जिसे लेकर शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर उसी समय पोस्ट भी लिखी कि पेपर लीक होने की बाते सामने आई थी। यूपी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर प्रदेश के कई जिलों के अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि प्रश्न पत्र लीक होने के साथ ही परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। हाल ही में प्रयागराज में सैकड़ों की संख्या में सिपाही भर्ती परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी हाथ में तख्तियां लेकर परीक्षा निरस्त कराने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे थे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बावजूद हुई धांधली
राज्य सरकार ने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर कई सुरक्षा इंतजाम किए गए थे, बावजूद इसके जालसाज सेंधमारी में कामयाब हो गए। यूपी कॉन्स्टेबल एग्जाम 2024 के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। परीक्षा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रखने के लिए UPPBPB की डीजी रेणुका मिश्रा ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को विस्तृत निर्देश दिए। हर परीक्षा हॉल में इनविजिलेटर के अलावा हर एग्जाम सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। ताकि पूरे एग्जाम की रिकॉर्डिंग हो सके और किसी भी तरह की गड़बड़ी पकड़ी जा सके। हर जिले में एक कंट्रोल रूम और मुख्यालय में दो कंट्रोल रूम बनाए गए। बोर्ड के अधिकारी इन्हीं कंट्रोल रूम्स से सभी परीक्षा केंद्रों पर नजर रख रहे थे। सॉल्वर गैंग जैसी चीजों पर नजर रखने के लिए एसटीएफ को तैनात किया गया था। साथ ही यह भी कहा गया था कि परीक्षा में गड़बड़ी करते हुए पकड़े जाने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया जाएगा।
एडमिट कार्ड पर मिली सनी लियोनी की फोटो
यूपी पुलिस परीक्षा 2024 में एक अभ्यर्थी का एडमिट कार्ड कई दिनों तक सुर्खियों में छाया रहा। कन्नौज के परीक्षा केंद्र पहुंचे धर्मेंद्र कुमार के यूपी पुलिस एडमिट कार्ड पर सनी लियोनी की फोटो छपी हुई थी। उसमें धर्मेंद्र की जगह नाम भी सनी लियोनी का ही था। यह मामला काफी चर्चा में रहा। इसकी जांच के लिए क्राइम ब्यूरो तक की मदद ली गई थी। आवेदक धर्मेंद्र कुमार इस संबंध में खास जानकारी नहीं दे पाए थे।
पेपर लीक मामले में 287 गिरफ्तार
पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 के पेपर लीक मामले में लगभग 287 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 287 लोगों में से 90 लोगों को परीक्षा के आखिरी दिन गिरफ्तार किया गया और इन सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं।
योगी सरकार ने युवाओं को दी राहत
यूपी पुलिस की भर्ती परीक्षा को रद्द करते हुए योगी सरकार ने युवाओं को बड़ी राहत दी है। सीएम योगी ने कहा है कि छह माह के अंदर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गृह विभाग ने परीक्षा रद्द करने का आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश के अनुसार 17 एवं 18 फरवरी, 2024 को आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा से संबंधित तथ्यों एवं सूचनाओं की गहन जांच के बाद सरकार ने सत्यनिष्ठा एवं पारदर्शिता के उच्चतम मानकों के अनुरूप इस परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है। भर्ती बोर्ड को लापरवाही के किसी भी मामले के जवाब में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) शुरू करने सहित सक्रिय रूप से कानूनी उपाय करने का निर्देश दिया गया है।
सरकार ने मामले की जांच एसटीएफ से कराने का फैसला किया है और दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों या संस्थानों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। साथ ही, व्यापक निष्पक्षता सुनिश्चित करते हुए छह महीने के भीतर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, उम्मीदवारों को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवाओं के माध्यम से मुफ्त परिवहन सुविधा प्रदान की जाएगी।
6 महीने बाद फिर से आयोजित की जाएगी परीक्षा
यूपी सीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राज्य सरकार ने छह महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है।
यूपी सरकार ने भी समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO) की परीक्षा में कथित अनियमितताओं और धांधली की जांच कागजी तौर पर नहीं बल्कि शासन स्तर पर कराने का आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया “उम्मीदवार 27 फरवरी तक @[email protected] पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इससे पहले पुलिस भर्ती बोर्ड भी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित धांधली की जांच कर रहा है।”
युवाओं ने मनाया जश्न
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2023 को रद्द करने और अगले 6 महीनों के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करने के आदेश के बाद लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जमकर जश्न मनाया। पेपर लीक होने के चलते ये अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन कर री-एग्जाम कराने की मांग कर रहे थे। यह भर्ती परीक्षा राज्य के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई थी। योगी सरकार ने कांस्टेबल परीक्षा को छह माह के भीतर फिर से कराने के आदेश दिये हैं।