हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी तहखाने के छत के ऊपर होने वाले नमाज के खिलाफ एक नई याचिका सेशन कोर्ट में दर्ज की है। दरअसल, हिंदू पक्ष नहीं चाहता कि व्यास जी के तहखाने के ईपर नमाज पढ़ी जाए। नमाज रोकने की याचिका के साथ-साथ हिंदू पक्ष ने व्यास जी तहखाने की छत की मरम्मत कराने की भी मांग की है। इस याचिका पर आज सेशन कोर्ट शाम करीब 6 बजे सुनवाई होगी।
हिंदू पक्ष ने याचिका में नमाज रोकने के पीछे सुरक्षा और आस्था का तर्क देते हुए कहा कि व्यास जी तहखाने के ऊपर नमाज सुरक्षा और आस्था के लिए उचित नहीं है। ये याचिका डॉक्टर राम प्रसाद सिंह द्वारा सेशन कोर्ट में चल रहे मुकदमा नंबर 350/2021 में डाला गया है।
वहीं, दायर याचिका में बताया गया है कि व्यास जी के तहखाने की छत 450 साल से भी पुरानी है, और हादसे का एक बड़ा कारण बन सकती है। ऐसे में पूजा कर रहे पुजारी और दर्शन करने आए भक्तों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है।
बता दें कि इलाहाबाद कोर्ट ने सोमवार को अंजुमन इंतेजामिया अपील पर रोक लगा दी थी। अंजुमन इंतेजामिया ने इलाहाबाद कोर्ट में अपील की थी कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर व्यास जी के तहखाने में पूजा-अर्चना रोकी जाए, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दी थी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी के जिला न्यायाधीश द्वारा तहखाने में पूजा की अनुमति देने के आदेश को सही ठहराया था। जज रोहित रंजन अग्रवाल ने कहा था कि वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में बिना किसी लिखित आदेश के बिना पूजा रोकने की कार्यवाई अवैध थी। 26 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि व्यास जी के तहखाने में पूजा-अर्चना जारी रहेगी।