उत्तर प्रदेश में विकास की गंगा बह रही है। दिनों दिन पर्यटकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में अब होटल व्यवसाय में नए नियम देखने को मिलेंगे। जी हां… अब यूपी में होटल बनाना आसान होगा। योगी सरकार ने होटल निर्माण के लिए जमीन का इस्तेमाल आसान करने के लिए नियमों में बदलाव कर दिए हैं, जिससे छोटे जिलों में और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी होटल और लॉज बनाए जा सकेंगे। होटल निर्माण के कई नियमों को बदलते हुए नए नियम जारी कर दिए गए हैं।
अयोध्या में प्रभु श्रीराम का दर्शन करना हो या बिठूर में ऐतिहासिक स्थल घूमना। इन सभी जगहों पर यूपी सरकार पर्यटकों को कई सुविधाएं देने जा रही है पिछले कुछ समय से पर्यटकों की संख्या में कई गुना इजाफे को देखते हुए उनके ठहरने के लिए अब होटल व्यवसाय का विस्तार करने की पहल की गई है।
इसी के चलते अब उत्तर प्रदेश में ‘होटल निर्माण की पॉलिसी’ में कई बदलाव किए गए हैं। होटल निर्माण को आसान करते हुए लैंड यूज ( Land Use Rule) में बदलाव किया गया है, जिसके बाद पर्यटकों के लिए हर जिले में बजट होटलों की संख्या बढ़ जाएगी। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा।
बता दें, यूपी में पिछले कुछ वक्त से धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के स्थलों में दर्शनार्थियों और पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। साल 2017 से अब तक यूपी आने वाले पर्यटकों की संख्या में 16 गुना वृद्धि हुई है। 2017 में जहां यूपी के 3 करोड़ पर्यटक आए थे, वहीं 2023 में 48 करोड़ पर्यटक आए।
इतनी बड़ी संख्या में पर्यटकों को देखते हुए होटल और ठहरने की व्यवस्था करने के लिए होटल निर्माण के नियमों में बदलाव किया गया है। नए नियमों के बाद होटल व्यवसाय में निवेश बहुत ज्यादा बढ़ेगा। नए नियमों के लागू होने के बाद पर्यटकों के लिए 2.1 लाख नए कमरे उपलब्ध होंगे, जबकि होटलों की संख्या बढ़ने के बावजूद 1.5 लाख स्क्वेर मीटर तक जमीन कम इस्तेमाल होगी।