सपा और कांग्रेस के बीच सारी बातें साफ हो गयी हैं। अब कांग्रेस और सपा साथ मिलकर चुनाव लड़ेगें। मध्य प्रदेश के लोकसभा सीटों पर सपा अपना एक प्रत्याशी उतारेगी जबकि कांग्रेस 28 सीटों पर सपा का साथ देगी। कांग्रेस और सपा गठबंधन के साथ मिलकर खजुराहों से चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस रायबरेली, वाराणसी, अमेठी, सहारानपुर सहित 17 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी और सपा बाकी 63 सीटो पर अपने उम्मीदवारों को तय करेगी।
खुजराहों की सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ है। 2019 के चुनाव में कांग्रेस की कविता सिंह बीजेपी के वीडी शर्मा से हार गयी थीं। और सपा की तरफ से वीर सिंह पटेल को टिकट दिया गया था। बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस मे दोनों पक्ष के लोग सपा से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और राष्ट्रीय सचिव राजेंन्द्र चैधरी और कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने गठबंधन का ऐलान किया। अविनाश पांडेय ने बताया कि कई बार चर्चा के बाद सीटें तय की गयी हैं।
खुजराहों में 1989 से 2019 तक नौ लोकसभा चुनाव हुए हैं जिसमें से आठ बार बीजेपी ने चुनाव जीता है। और कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी 1999 में बस एक बार खुजराहों से चुनाव जीता है। जबकि 2004 में बीजेपी के रामकृष्ण ने उन्हें हरा दिया था। 2019 के चुनाव में कांग्रेस की कविता सिंह को 25.34 प्रतिशत और बीजेपी के वीडी शर्मा कों 64.49 को और सपा को सबसे कम 3.19 प्रतिशत ही वोट मिले थे।पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी यहाँ से चार बार सांसद रह चुकी हैं। सपा और कांग्रेस ने दावा किया है कि वे साथ मिलकर देश और संविधान बचाएंगें।