साल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी मुस्लिमों को रिझाने पूरी कोशिश कर रही है। इस बार यूपी में भाजपा ने मुस्लिमों को रिझाने के लिए खास रणनीति बनाई है। इसकी शुरूआत यूपी के बरेली से कर दी गई है, जहां विश्व प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत सहित कई बड़े धार्मिक स्थलों पर मुस्लिमों को रिझाने के लिए बीजेपी ने इन दरगाहों की दीवारों पर पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर्स की खास बात है कि इन पर उर्दू में लिखा है, जिसका मतलब होता है- ना दूरी है, ना खाई है, मोदी अपना भाई है, फिर एक बार मोदी सरकार।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में मुस्लिम बहुल इलाके में इस तरह के और भी पोस्टर लगाए जाएंगे, जहां पर अलग-अलग लाइनों के जरिए मुस्लिमों को रिझाने की कोशिश की जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है। ऐसे में मुस्लमानों को साथ लाने के लिए भाजपा भरकस प्रयास कर रही सबसे पहले 2014 में मोदी ने केंद्र में अपनी सरकार बनाई थी। इसके बाद उन्होंने बहुत सी ऐसी योजनाऐ चलाई जिससे मुस्लिमों को रिझाया गया। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने एक नारा दिया सबका साथ, सबका विकास इस नारे को भाजपा ने लगातार आगे बढ़ाया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने तीन तलाक को भी खत्म कर दिया। जिसका सीधा फायदा भाजपा को 2019 के चुनाव में देखने को मिला। तीन तलाक खत्म होने के बाद मुस्लिम महिलाओं की वोट बीजेपी को मिली।
विपक्ष भी मुस्लिमों की वोट को लेकर लगातार सियासत करते रहते है। बीजेपी की तरफ से मुसलमानों को रिझाने के लिए संगठन को एक्टिव कर दिया है। और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे को अच्छे पदाधिकारियों को उनकी कमान सौंप दी है। उसके बाद अल्पसंख्यक मोर्चा ने अंदर ही अंदर मुसलमानों में से जुडने का कार्य शुरू कर दिया है। बीजेपी कार्यकर्ता साजिया ने बताया कि 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। उसके बाद 2019 में भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर देश को उन्नति की तरफ ले जाया गया। 2024 के चुनाव से पहले सरकार हर एक सीट पर बारीकी से काम करती हुई दिखाई दे रही है। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक महानगर अध्यक्ष अनीस अंसारी ने बताया कि मुसलमानों को रिझाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मस्जिद, मदरसे और कब्रिस्तानों के पास उर्दू में पंपलेट लगाकर लोगों को नया संदेश दिया है।