उत्तर प्रदेश में हापुड़ के गालंद गांव में बिना अनुमति के डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने पर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि जब पुलिस गांववासियों को समझाने पहुंची तो गांव की महिलाओं ने पुलिस और उनके वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में दरोगा समेत करीब 6 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए है। जिसके बाद पुलिस ने गांववालों पर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने गांव के 10 निवासियों को हिरासत में ले लिया है। साथ ही पुलिस ने 37 लोगों पर नामजद और 60 लोगों पर बिना नाम के केस दर्ज किया है। पथराव के कारण कई पुलिसवालों के वाहनों के शिशे टूट गए। पथराव में दरोगा विपिन कुमार, हेड कॉन्स्टेबल गौरव निर्वाल, कॉन्स्टेबल सतीश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए है।
दरअसल, गालंद गांव में सोमवार रात आंबेडकर भवन पर करीब 40-50 गांव की महिलाओं ने बिना प्रशासन के अनुमती के मूर्ति स्थापित करने का प्रयास किया। मूर्ति स्थापना का विरोध गांव की दूसरी पक्ष की महिलाएं कर रही थी। दोनों पक्षों का विवाद इतना बढ़ गया कि महिलाओं को समझाने के लिए पुलिस को आना पड़ा। पुलिस ने महिलों को समझाने के लिए कई प्रयास किए लेकिन जब पुलिस ने महिलाओं से प्रशासन से बिना अनुमती पर मूर्ति स्थापित करने के सवाल पूछे तो महिलाओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिसवालों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई। पुलिस ने गांव के कई लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही तनाव को देखते हुए गालंद गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मामले में पुलिस अभी लोगों से पूछताछ कर रही है।