उत्तर प्रदेश एसटीएफ को सिपाही भर्ती परीक्षा कांड में एक और बड़ी सफलता मिली है। सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में दूसरे मास्टरमाइंड को यूपी एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को गौतमबुद्धनगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से पकड़ा गया।
STF टीम ने मौके पर पहुंचकर किया गिरफ्तार
प्रदेश में यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड के बाद यूपी एसटीएफ ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है। बता दें, सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के दूसरे मास्टरमाइंड रवि अत्री को यूपी एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ की टीम ने आज गौतमबुद्ध नगर के थाना जेवर के बस स्टैंड के पास से आरोपी को पकड़ा। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मामले का मुख्य आरोपी रवि अत्री जेवर थाना क्षेत्र के बस स्टेशन पर आने वाला है। इस पर एसटीएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
परीक्षा माफियाओं के संपर्क में था रवि अत्री
पूछताछ में रवि अत्रि ने बताया कि वह साल 2006 में गौतमबुद्ध नगर के इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा, राजस्थान चला गया था। वहां जाकर परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आने के बाद अलग-अलग परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठने लगा। आरोपी के पास से तीन प्रश्न पत्र, एक मोबाइल, एक पेन ड्राइव और एक मेट्रो कार्ड बरामद हुआ है।
पहले भी कई बार जा चुका है जेल
दरअसल यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड का दूसरा मास्टरमांइड पहले भी अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक करा चुका है। साल 2012 में NEET PG की परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में दरियागंज क्राइम ब्रांच दिल्ली से वह जेल भेजा गया था और इसी साल SBI की परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में थाना शाहबाद डेरी, दिल्ली से जेल गया था। वर्ष 2015 में वह AIPMT का पेपर आउट कराने में थाना पीजीआईएमएस रोहतक, हरियाणा से अपने साथियों के साथ जेल गया था।
बता दें कि 17 और 18 फरवरी को यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद योगी सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी और पूरे मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी थी। इस मामले में अब तक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यूपी एसटीएफ ने मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को 2 अप्रैल को नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।