Akhilesh Yadav met Azam Khan in jail: 22 मार्च को समाजवादी पार्टी के मुख्य अखिलेश यादव और सीनियर नेता आजम खान के बीच हुई मुलाकात से यूपी की राजनीति गरमा गई है। अखिलेश यादव आजम खान से मिलने के लिए सीतापुर जेल पहुंचे जहां आजम खान कई महीनों से बंद हैं। इस मुलाकात के बाद अब माना जा रहा है कि अखिलेश यादव रामपुर सीट से लोकसभा प्रत्याशी की घोषणा कर सकते हैं।
अखिलेश और आजम खान की बातचीत के बाद सपा सुप्रीमो ने भाजपा पर निशाना साधा। उनका कहना था कि आजम खान से काफी बातचीत हुई है जिसका नतीजा अच्छा निकलेगा। जनता इस बार सत्ता से भाजपा को हटा देगी। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी इस बार ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का इस्तेमाल कर रही है क्योंकि वह डरी हुई है। यह सब चीजें इंडिया गठबंधन को कमजोर करने के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं होगा। इंडिया गठबंधन के सभी सदस्य बड़ी मजबूती से लड़ेंगे और लोगों को न्याय दिलाएंगे।
अखिलेश ने लोगों को भाजपा से सावधान रहने की भी सलाह दी और कहा कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है।
बता दें आजम खान यहां की जेल में जब से आए हैं तब से अखिलेश की यह उनसे पहली मुलाकात है। आजम खान को बर्थ सर्टिफिकेट केस में दोषी पाया गया है जिसके चलते उन्हें 7 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इस आरोप में उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी दोषी करार दिया गया था।
फेक सर्टिफिकेट का यह मामला क्या है
यह मामला 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से कनेक्ट है। आजम खान के बेटे अब्दुल्ला ने रामपुर के स्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और इसमें उनकी जीत भी हुई थी। लेकिन बाद में पता चला कि विधायक का चुनाव लड़ने की जो उम्र होती है वे उसको भी पूरा नहीं करते हैं। अब्दुल्ला के एजुकेशनल सर्टिफिकेट में उनकी जन्म तिथि 1 जनवरी 1993 है, जबकि उनके बर्थ सर्टिफिकेट में यह 30 सितंबर 1990 है। जब ये मामला हाई कोर्ट में पहुंचा तो अब्दुल्ला आजम की ओर से पेश बर्थ सर्टिफिकेट को फर्जी पाया गया था।