Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अब काफी कम वक्त बचा है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में जुटी हैं। लेकिन सबकी नजरें रामपुर लोकसभा सीट पर है, जोकि इस बार सपा और बीजेपी दोनों के लिहाजे से काफी महत्वपूर्ण भी हैं। आजम खान का गढ़ माने जाने वाले सीट पर साल 2022 में भाजपा ने अपना कब्जा कर लिया था। ऐसे में इसी सीट को लेकर एक बार फिर सपा संकट में पड़ गई है।
दरअसल, रामपुर आजम खान का गढ़ माना जाता है। उन्होंने कई बार यहां से चुनाव भी जीता है। लेकिन जेल में बंद होने के कारण इस बार के लोकसभा चुनाव में वह शामिल नहीं हो पाए। ऐसे में समाजवादी पार्टी ने मोहिबुल्लाह नदवी को अपना उम्मीदवार बनाया है तो उनके सामने भारतीय जनता पार्टी ने फिर से वर्तमान सांसद घनश्याम लोधी पर भरोसा जताया है।
हालांकि इस सीट पर आज भी आजम का सियासी वर्चस्व कायम है।
वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी रामपुर लोकसभा सीट को जीतना चाहती है। इसके लिए पार्टी एड़ी चोटी का जोर भी लगा रही है। पार्टी ने इस सीट से अपने जिताऊ उम्मीदवार को ही मैदान में उतारा है। जी हां घनश्याम लोधी ने 2022 के हुए उपचुनाव में इसी सीट पर शानदार जीत हासिल की थी। हालांकि, इस सीट पर 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी मुस्लिम मतदाता की हैं। ऐसे में बीजेपी कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है। भाजपा की कोशिश इस इलाके में सोशल इंजीनियरिंग, हिंदुओं और अन्य जातियों को साधना है। दावा किया जा रहा है कि बीजेपी उम्मीदवार को उम्मीद है कि इस चुनाव में उन्हें लोध जैसी जातियां, राजपूत, कमेरा, सैनी, पाल, कश्यप, कुर्मी, जाटव और यहां तक कि यादव का समर्थन भी मिलेगा।
रामपुर लोकसभा सीट पर मुस्लिम समाज के मतदाताओं की आबादी 50.57 फीसदी है। 45.97 फीसदी हिंदू, 2.8 प्रतिशत वोटर सिख, 0.39% वोटर ईसाई और लगभग 13% वोटर अनुसूचित जाति के हैं। जबकि इसके साथ ही 25.2 प्रतिशत लोग शहरी और 74.8 फीसदी लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं।