Deputy CM Keshav Prasad Maurya: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियों में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की एक रहस्यमयी पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
डिप्टी सीएम के कार्यालय ने मौर्य के हवाले से एक्स पर एक पोस्ट में कहा है, “संगठन सरकार से बड़ा है, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है। संगठन से बड़ा कोई नहीं है, कार्यकर्ता ही मेरा अभिमान हैं।”
संगठन सरकार से बड़ा है, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है संगठन से बड़ा कोई नहीं, कार्यकर्ता ही गौरव है…
— Office of Keshav Prasad Maurya (@OfficeOfKPM) July 17, 2024
-मा0 उप मुख्यमंत्री श्री @kpmaurya1 जी#BJPUPKaryasamiti2024 pic.twitter.com/gSwqrJwtSB
जानकारी के मुताबिक, यह पोस्ट मंगलवार को दिल्ली में भाजपा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ यूपी के डिप्टी सीएम की बैठक के बाद आया है। नड्डा ने उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख भूपेंद्र चौधरी के साथ एक अलग बैठक भी की। इससे पहले 14 जून को लखनऊ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अति आत्मविश्वास ने उनकी उम्मीदों को ठेस पहुंचाई है।
‘एक बार फिर प्रदेश में भाजपा का परचम लहराना’
इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें एक बार फिर प्रदेश में भाजपा का परचम लहराना है। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर अति सक्रिय रहना होगा और किसी भी तरह की अफवाहों का तुरंत खंडन करना होगा। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उन्होंने यूपी में विपक्ष पर लगातार दबाव बनाए रखा और 2014, 2017, 2019 और 2022 में बड़ी सफलता हासिल की।
‘अति आत्मविश्वास ने उम्मीदों को ठेस पहुंचाई’
सीएम योगी ने कहा, ” 2014 और उसके बाद के चुनावों में भाजपा के पक्ष में जितने वोट प्रतिशत थे, भाजपा 2024 में भी उतने ही वोट पाने में सफल रही है, लेकिन वोटों के बदलाव और अति आत्मविश्वास ने हमारी उम्मीदों को ठेस पहुंचाई है। विपक्ष जो पहले हार मानकर बैठ गया था, आज फिर उछल-कूद कर रहा है।”
सीएम योगी ने आगे कहा, ”प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी को अभी से सक्रिय होना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा सांसदों, विधायकों, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्षों, मेयर, ब्लॉक प्रमुखों, चेयरमैन और पार्षदों के साथ सभी को 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी आज से ही शुरू कर देनी चाहिए।”
अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना
इस बीच, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए इस मुद्दे पर बात की और आरोप लगाया कि सत्ता के लिए भाजपा की लड़ाई का मतलब है कि वह जनता के बारे में नहीं सोच रही है। अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “भाजपा की सत्ता की लड़ाई की गर्मी में यूपी में शासन और प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। तोड़फोड़ की जो राजनीति भाजपा दूसरे दलों में करती थी, वह अब अपनी पार्टी के अंदर कर रही है। यही कारण है कि भाजपा अंदरूनी कलह के दलदल में धंसती जा रही है। भाजपा में कोई भी जनता के बारे में नहीं सोचता।”
भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में, उप्र में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 17, 2024
तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है।
जनता के बारे में सोचनेवाला…
बता दें, केशव प्रसाद मौर्य वर्तमान में राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। 2017 में वे राज्य भाजपा अध्यक्ष थे, जब भाजपा ने विधानसभा में 312 सीटों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बहुमत की सरकार बनाई थी। 2022 के चुनावों में, मौर्य विधानसभा चुनाव हार गए, लेकिन बृजेश पाठक के साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने पद पर बने रहे, बाद में वे विधान परिषद के लिए चुने गए।