लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सांसद साक्षी महाराज का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट पर बयान देते हुए कहा है कि सरकार गठन होने के तुरंत बाद भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए। ये देश के हित में है और बहुत जरूरी है।
भारत में हिंदू आबादी का घटना अशुभ संकेत: साक्षी महाराज
उत्तर प्रदेश के उन्नाव से भाजपा सांसद डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज ने कहा कि जब से मैंने आबादी के आंकड़ों का समाचार पढ़ा है, आहत हूं। भारत में हिंदू आबादी का घटना शुभ संकेत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट पहले ही चिंता व्यक्त कर चुका है। जमीन छोटी होती चली जा रही है और जनसंख्या सुरसा की तरह बढ़ती चली जा रही है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि हिंदुस्तान में 8% हिंदू घट गया और 40% मुस्लिम बढ़ गया, जबकि पाकिस्तान में विभाजन के समय 23% हिंदू था, जो 2.5% रह गया है। इतनी बड़ी संख्या में हिंदुओं को मार दिया गया, निकाल दिया गया या उनका इस्लामी करण करा दिया गया, जो कि लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है। साक्षी महाराज ने आगे कहा कि मैं पाकिस्तान की चिंता नहीं करता, लेकिन हिंदुस्तान की चिंता जरूर करूंगा।
जहां-जहां हिंदू घटा है, देश बंटा है: साक्षी महाराज
साक्षी महाराज ने मुस्लिमों की बढ़ती आबादी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से सरकार गठन होने के बाद भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में हिंदुओं की आबादी 8% घट जाना और मुस्लिम की आबादी 40% बढ़ जाना, लोकतंत्र के लिए खतरा है। साक्षी महाराज ने कहा कि जहां-जहां हिंदू घटा है, देश बंटा है।
भारत में घट रही हिंदुओं की संख्या
भारत में आजादी के बाद हिंदुओं की संख्या 1950 और 2015 के बीच कमी देखी गई है, जबकि मुस्लिम आबादी में बढ़ोतरी देखी गई है। एक तरफ जहां हिन्दुओं की संख्या घटकर 7.82% हो गई है। वहीं, मुस्लिमों की संख्या बढ़कर 14.09% हो गई है। साथ ही ईसाई, सिख और बौद्ध की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है।
इस बात की जानकारी पीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य शमिका रवि ने एक वर्किंक पेपर में देती है। इस पेपर में ये कहा गया है कि देश में सामाजिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण मिल रहा है, जिसके अनुसार भारत में बहुसंख्यक हिंदू आबादी का हिस्सा 1950 और 2015 के बीच 7.82% कम हो गया। यह पहले के 84.68% से घटकर 78.06% हो गया है।
भारत में बढ़ रही मुस्लिम समुदाय की आबादी
जबकि मुस्लिम आबादी 1950 में 9.84% से बढ़कर 2015 में 14.09% हो गई। इसी तरह से 6 दशकों में ईसाई आबादी की हिस्सेदारी 2.24% से बढ़कर 2.36% हो गई,जबकि सिख आबादी की हिस्सेदारी 1.24% से बढ़कर 1.85% हो गई। इसके साथ ही बौद्ध आबादी 0.05% से 0.81% की बढ़ोतरी देखी गई। वहीं,भारत की जनसंख्या में जैन समुदाय की हिस्सेदारी 0.45% से घटकर 0.36% हो गई। वहीं, पारसी आबादी 0.03% से घटकर 0.004% हो गई है।