अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। जिसके लिए पूरा देश तैयारी में जुटा हुआ है। जिसके लिए सभी गणमान्य को आने का न्यौता भेंजा जा रहा है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होने पर कांग्रेस पार्टी पर बीजेपी चारों तरफ से हमला कर रही है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का बयान सामने आया है। उन्होंने कांग्रेस के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योता अस्वीकार करने पर भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि वो धर्म के नाम पर राजनीति करती है।
सचिन पायलट ने कहा कि राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए। अगर धर्म के आड़ में राजनीति हो रही है तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा। हम जनता के मुद्दों, विकास, शिक्षा, रोजगार पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन भाजपा इसपर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।” पायलट ने आगे कहा, “भावनात्मक मुद्दों के आड़ में वोट लेना भाजपा की परंपरा रही है… कोई कभी भी मंदिर जा सकता है लेकिन इस तरह का जो राजनीतिकरण हो रहा है उसे कांग्रेस पार्टी ने गलत माना है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी आमंत्रण को ठुकराने पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मेरे विचार में उन्हें बिल्कुल भी आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए था। लेकिन VHP ने उन्हें अपने कुछ पापों को सुधारने का एक सुनहरा अवसर दिया। लेकिन वे चूक गए। मुझे उनके लिए दया और दुख है। दूसरी तरफ हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक भावना जिसके अंदर होगी और राम के प्रति प्यार होगा वो समारोह में जाएगा और जिसके अंदर नहीं है वो नहीं जाएगा। कांग्रेस राजनीति की भावना से ग्रस्त है।