Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। कांग्रेस के बड़े चेहरे अब उसका साथ छोड़ते दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और बिहार के सह प्रभारी ने पार्टी का हाथ छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया है। अजय कपूर ने एक्स (ट्विटर) बायो से कांग्रेस हटा दिया है।
उत्तर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है। लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय सचिव और बिहार के सह प्रभारी अजय कपूर ने भाजपा का दामन थामकर कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका दे दिया है। अजय कपूर को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता था। वह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे। कांग्रेस अजय कपूर को कानपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारना चाहती थी। अब ऐसे में उनके कांग्रेस छोड़ने की खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
कौन हैं अजय कपूर
अजय कपूर उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के रिश्तेदार हैं। वह बड़े उघोगपति भी हैं। मालूम हो कि कानपुर से अजय कपूर तीन बार विधायक बन चुके हैं। वह दो बार गोविंद नगर से और एक बार किदवई नगर विधानसभा सीट से एमएलए रहे। इस बार उनकी दावेदारी कानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की थी। लेकिन उन्होंने पहले ही पार्टी छोड़ने का मन बना लिया।
अगर अजय कपूर की संपत्ति की बात करें तो बीते चुनाव में नामांकन के दौरान दी गई जानकारी के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति करीब 69 करोड़ है। हालांकि कहा यह भी जाता है कि बीते 15 सालों में उनकी संपत्ति करीब 14 गुना बढ़ी है। 2007 में नामांकन के दौरान उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 5.28 करोड़ बताई थी। जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान उन्होंने अपनी संपत्ति 31.39 करोड़ बताई थी।
बीजेपी में शामिल होने के बाद अजय कपूर ने कहा कि आज का दिन पुनर्जन्म की तरह है। देश के प्रधानमंत्री मोदी के परिवार में शामिल होकर अभिभूत हूं।
बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े ने बिहार कांग्रेस के सह प्रभारी अजय कपूर को शामिल करवाया। उन्होंने कहा ये एक जोड़ एक ग्यारह हो गया!
BJP में शामिल होने से पहले अजय कपूर ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा भेजा। उन्होंने लिखा- निवेदन है कि मैं लगातार 35 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की निरंतर निस्वार्थ भाव से सेवा करता आ रहा हूं। अब मैं अपने पद एवं पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। आप से अनुरोध है कि आप मेरे इस्तीफे को स्वीकार करने की कृपा करें।
BJP में शामिल होने के बाद अजय कपूर का कांग्रेस के साथ 35 साल का सफर खत्म हो गया है। ठीक लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के बड़े नेता के भाजपा में आने से भाजपा वोट बैंक बढ़ेगा। पंजाबी वोट बैंक के अलावा भी अजय कपूर का शहर के दक्षिण क्षेत्र में अच्छा वोट बैंक है। उसका भी भाजपा को फायदा होगा। अजय कपूर विधानसभा अध्यक्ष यूपी और कानपुर में भाजपा के बड़े नेता सतीश माहना के खास माने जाते हैं।