केपटाउन में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में विजय हासिल कर इतिहास रच डाला। भारत ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में 7 विकेट से मेजबान टीम को हराया। दक्षिण अफ्रीका ने सेंचुरियन में पहला टेस्ट पारी और 32 रन से जीतकर सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली थी। भारत ने दूसरे मैच में वापसी की और सीरीज को 1-1 से ड्रॉ करा दिया। इंडिया अब तक दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है।
भारत पहली बार केपटाउन के न्यूलैंड्स ग्राउंड पर कोई टेस्ट मैच जीता है। 31 सालों का इंतजार आखिरकार आज समाप्त हुआ। यह केपटाउन में सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि किसी भी एशियाई टीम की पहली जीत है। पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश अब तक यहां नहीं जीत पाया।
इस मैच में दोनों पारियों को मिलाकर दक्षिण अफ्रीका ने कुल 231 रन ही बनाए। भारत के खिलाफ किसी एक टेस्ट मैच की 2 पारियों में उसके द्वारा बनाए गए सबसे कम रन हैं। इस मामले में वह पांचवें स्थान पर है। इंग्लैंड की टीम 2021 में दो पारियों में सिर्फ 193 रन ही बना सकी थी। 2018 में अफगानिस्तान की टीम बेंगलुरु में 212 रन, 2021 में न्यूजीलैंड की टीम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 229 और 1986 में इंग्लैंड की टीम लीड्स में 230 रन ही दोनों पारियों में बना सकी थी।
भारत की दक्षिण अफ्रीका में यह पांचवीं टेस्ट जीत है। उसे पहली बार 2006 में जीत मिली थी। तब टीम इंडिया ने जोहान्सबर्ग में मेजबानों को 123 रन से हराया था। केपटाउन दक्षिण अफ्रीका का ऐसा चौथा मैदान है जहां भारत को जीत मिली है। इससे पहले जोहानिसबर्ग, डरबन और सेंचुरियन में सफलता हासिल हुई है।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। उनका निर्णय गलत साबित हुआ। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर ही सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। दोनों टीमों की पहली पारी मैच के पहले दिन ही समाप्त हो गई थी। मुकाबले के दूसरे दिन मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।